Monday, January 21, 2019

भारत में लोहा -फौलाद उद्योग Iron-steel industry in India

भारत में पहला बनाने की प्रक्रिया बहुत ही पुरानी है दमास्कस से तलवार बनाने के लिए लोहे का आयात किया जाता था । भारत में आधुनिक रूप से लोहा बनाने का प्रथम कारखाना तमिलनाडु के पोटौनोवा में स्थापित हुआ था परंतु यह बंद हो गया था।
पश्चिम बंगाल में सर्वप्रथम कुल्टी में कच्चे लोहे का सफल उत्पादन हुआ। सन 1907 में झारखंड के जमशेदपुर में लोहे के कारखाने की स्थापना से उत्पादन बड़े स्तर पर शुरू हुआ था।
पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में तथा कर्नाटक के भद्रावती मे अन्य कारखाने स्थापित हुए।
भिलाई ,राउरकेला , दुर्गापुर में भी लोहा फौलाद का कारखाना स्थापित किया गया । बोकारो, विशाखापट्टनम और सेलम में आधुनिक तथा बड़े कारखाने स्थापित किए गए।
लोहा फौलाद बनाने के लिए लोहे अयस्क, कोयला, चूना पत्थर, मैग्निज का कच्चे माल के रूप में उपयोग होता है ।
गुजरात में हजीरा के पास मिनी स्टील प्लांट स्थापित किया गया। टाटा के अलावा लोहा फौलाद के कारखाने का संचालन 'स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड(S.A.I.L.)' करती है भारत का लोहा फौलाद उत्पादन में विश्व में पांचवा स्थान है।

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