Wednesday, January 16, 2019

ताजमहल,ताजमहल स्थापत्य कला,Taj Mahal,

भारत में मुगल कालीन स्थापत्य का उत्तम नमूना ताजमहल है। यह विश्व के सात अजूबों में से एक है। सागर उत्तर प्रदेश के आगरा में आया हुआ है। यह यमुना नदी के किनारे पर एक संगमरमर के चबूतरे पर स्थित है। ताजमहल का निर्माण शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल (अर्जमद बानों )की याद में बनवाया था। जिसकी मृत्यु सन्1630 में हो गयी थी।
ताजमहल का निर्माण 1631 मैं शुरू हुआ और सन्1653 में  पूरा हूं था।
इसकी निर्माण में 22वर्ष और 4.5 करोड रुपए खर्च हुए थे।
शाहजहाँ ने ताजमहल के निर्माण में भारतीय, ईरानी, अरबी, तुर्की और यूरोपियन शिल्पीयों को लगाया था
संसार के अद्वितीय में मकबरों में ताजमहल की गणना होती है।
इसके द्वारा मुमताज महल का नाम पूरे विश्व मे हो जाये  ऐसा उद्देश्य शाहजहाँ का था।
ताजमहल की संपूर्ण इमारत उत्तर से दक्षिण में आयताकार आकार में फैली है।
ताजमहल के मध्य में मुमताज की कब्र और उसके चारों तरफ खूब सुंदर अष्टकुोणीय जाली से सजावट की गई है।
इसके मेहराब पर लिखा है 'स्वर्ग के बगीचे में पवित्र दिलों का स्वागत है।'
उसके चारों तरफ फव्वारे और बगीचे हैं जो इसे पूर्णता और सुंदरता पृदान करते है।
इसमें संगमरमर रंगीन कीमती पत्थर का भरपूर उपयोग  किया गया है।
ताजमहल भारतीय स्थापत्य कला को गौरवान्वित करता है, और देश-विदेश के प्रवासियों ( पर्यटकों)
के लिए नित्य आकर्षण का केंद्र बन रहा  है।  इसकी बारीक कलाकारी विश्व भर में  आकर्षण का केंद्र बन गई है।

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