तरुण कवि श्री दुष्यंत कुमार त्यागी का जन्म 27 सितंबर 1933 में उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के राजपुर नवादा गांव के भूमिहार-कृषक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता श्री भगवत सहाय जो छोटे जमीदार थे। उनकी माता का नाम श्रीमती राम किशोरी था। श्री भगवत सहाय की यह दूसरी पत्नी थी।
दुष्यंत कुमार के पत्नी का नाम राजेश्वरी त्यागी (एम ए बीएड) भोपाल में हिंदी प्राध्यापिका रही है।
दुष्यंत कुमार ने प्रारंभिक शिक्षा राजपुर-नवादा, नजीबबाद एवं मुजफ्फरनगर से 7 वीं कक्षा उत्तीर्ण कर के जिला बिजनौर के 'नहटौर' और तहसील से माध्यमिक शिक्षा और सन 1948 में 'चंदौसी इंटर कॉलेज' से हायर सेकेंडरी परीक्षा (11 वीं कक्षा) उत्तीर्ण की ।फिर एम.ए.,बी.टी. (हिंदी में )प्रयाग विश्वविद्यालय से 1954 में उत्तीर्ण हुए। डॉ रामकुमार वर्मा, डॉक्टर धीरेंद्र वर्मा रसाल आपके गुरु रहे है ।आपके सहपाठियों में मार्ग मारकण्डे, कमलेश्वर, अजीतकुमार, और रविंद्रनाथत्यागी के नाम उल्लेखनीय है ।
दुष्यंत कुमार ने आकाशवाणी के विभिन्न पदों पर कार्य किया। तत्पश्चात हिंदी के प्राध्यापक के रूप में भी कुछ वर्ष तक कार्य किया। बाद में वेलफेयर डायरेक्टर की सरकारी नौकरी में रहे। तत्पश्चात मध्य प्रदेश सरकार के भोपाल में भाषा विभाग के सहायक निर्देशक रहे और फिर अन्य नगरों में नौकरी करते रहे ।
दुष्यंत जी बचपन से ही स्वाभिमानी तथा शरारती थे। वे मस्तमौला हंसमुख, रोमांटिक एवं साहसी भी रहे है।किशोरावस्था में ही आपका रोमांस काल प्रारंभ हो गया था। मात्र 44 वर्ष की जिंदगी में बहुत कुछ भोग लिया था। इनके इने-गिने मित्रों में कुछ लड़कियां भी थी।
आप का निधन 30 दिसंबर 1975 को भोपाल में हृदय गति रुक जाने से हो गया था।
रचनाएँ -
काव्य - सूर्य का स्वागत
आवाजो के घेरे
जलते हुए वन का बसंत
साये में धूप
उपन्यास-छोटे-छोटे सवाल
आँगन में एक वृक्ष
दुहरी जिंदगी
नाटक- मसीहा मर गया
मन के कोण
एक कण्ठ विषपायी
आदि
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