सांस्कृतिक पौराणिक और पुरातात्विक महत्व के स्थलों में लोथल, रंगपुर ,धोलावीरा, रोजड़ी और श्रीनाथगढ़ अधिक महत्वपूर्ण है।
बड़नगर की कीर्ति तोरण जूनागढ़ के सम्राट अशोक के शिलालेख , मोढेरा का सूर्य मंदिर, चंपानेर का दरवाजा, सिद्धपुर का रूद्रमहल, विरमगाँव का मुनसर तालाब, अहमदाबाद की जामा मस्जिद, झूलता मीनार, सिद्दी सैयद की जाली, हठे सिंह का देहरा, जूनागढ़ का मोहब्बतखाँ का मकबरा, नवसारी का पारसी अगियारी आदि ऐतिहासिक महत्त्व के देखने लायक स्थान है ।
धार्मिक महत्व के स्थानों में द्वारका का द्वारकाधीश मंदिर और जगत गुरु शंकराचार्य की शारदा पीठ 12 ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ मंदिर, उत्तर गुजरात में अंबाजी, बहुचराजी और महाकाली माताजी पावागढ़ , मीरादातार उनाव में जैन तीर्थ पालीताना, रणछोड़रायजी मंदिर डाकोर और शामलाजी आदि तीर्थ स्थल है।
गुजरात में प्रसिद्ध धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन स्थलों में पोलो, पतंगोत्सव और काकरिया कार्निवल , तानारी- री महोत्सव, उत्तरार्ध नृत्य महोत्सव, रणोत्सव आदि का आयोजन होता है।
Monday, January 14, 2019
गुजरात की सांस्कृतिक विरासत
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