प्राचीन काल में दजला फरात के बिल्कुल दक्षिणी भाग को सुमेर कहा जाता था।
मेसोपोटामिया की सभ्यता का विकास सर्वप्रथम सुमेर प्रदेश में हुआ था।
सुमेर के उत्तर-पूर्व को बेबीलोन (बाबुल) कहा जाता था।
नदियों के उत्तर की उच्च भूमि का नाम असीरिया था।
सुमेर बेबीलोन तथा असीरिया सम्मिलित रूप से मेसोपोटामिया कहलाते थे।
यूनानी भाषा में मेसोपोटामिया का अर्थ नदियों के बीच की भूमि होता है।
मेसोपोटलिया सभ्यता दजला एवं फरात नदियों के बीच के क्षेत्र में विकसित हुई।
मिस्त्र सभ्यता के समकालीन मेसोपोटामिया की सभ्यता विकसित हुई ।
वर्तमान इराक भी बहुत सी सभ्यताओं का जन्मदाता रहा है।
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