गुप्त काल 320 ईसवी से चंद्रगुप्त प्रथम अपने पिता घटोत्कच के बाद राजा बना जिसने गुप्त वंश की नींव डाली इसके बाद समुद्र गुप्त (340 ईस्वी) चंद्रगुप्त द्वितीय, कुमारगुप्त प्रथम(413-455 ईसवी) और स्कंदगुप्त शासक बने ।
इसके करीब 100 वर्षों तक गुप्त वंश का अस्तित्व बना रहा 606 इसवी में हर्ष के उदय तक किसी एक प्रमुख सत्ता की कमी रही।
इस काल में कला और साहित्य का उत्तर तथा दक्षिण दोनों में विकास हुआ। इस काल का सबसे प्रतापी शासक समुद्रगुप्त था। जिस के शासनकाल में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाने लगा था। 11वीं तथा 12 वीं सदी में भारतीय कला भाषा तथा धर्म का प्रचार दक्षिण पूर्व एशिया में भी हुआ था।
No comments:
Post a Comment