यहां पर छह अन्नागार एवं छह अग्निकुंड प्राप्त हुए हैं ।यहां पर व्रतनुमा ईटो से बने पंक्ति दार फर्श प्राप्त हुए हैं जो संभवत खाधान्न के गहन के काम आते थे हड़प्पा के लोग डामर बनाने की विधि से अवगत है गृह में प्रवेश के मुख्य द्वार उत्तर दिशा में होते थे यहां पर R -37 कब्रिस्थान प्राप्त हुआ है यहां पर माँ देवी की मिट्टी की मूर्ति प्राप्त हुई है।
No comments:
Post a Comment