दिल्ली के लाल किले का निर्माण शाहजहां ने सन् 1638 में करवाया था।
लाल पत्थरों से तैयार इस किले में शाहजहाँ ने अपने नाम पर शाहजहाँनाबाद बसाया था।
इस किले में दीवाने-आम, दीवाने-खास, रंग मेहल जैसे मनोहर इमारतें बनवाई थी।
दीवाने खास अन्य इमारतो की तुलना में अधिक अलंकृत है। जिसकी सजावट में सोना, चाँदी, किमती पत्थरों का अद् भुत समन्वय हुआ है।
लाल किले की अन्य इमारतो मे रंगमहल, मुमताज का शीश महल, लाहौरी दरवाजा, मीना बाजार और मुगल गार्डन का समावेश होता है। इस किले में शाहजहाँ ने मयूरासन का सर्जन करवाया था जिसे नादीरशाह अपने साथ ईरान ले गया था।
लाल किला मुगल स्थापत्यों में उत्कृष्ट स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय त्योहारों पर यहां राष्ट्रध्वज फहराया जाता है।
No comments:
Post a Comment