देवभूमि द्वारका गुजरात का एक जिला है। जिसमें द्वारका हिंदू तीर्थ स्थल सर्वाधिक पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है और चार धामों की यात्रा में से एक है। द्वारका भारत के पश्चिम में समुद्र के किनारे पर बसी हुई है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने उसे बताया था। यह श्री कृष्ण भगवान की कर्मभूमि है।
द्वारका भारत में भारत के साथ सबसे प्राचीन शहरों में से एक है पुराणों में वर्णित द्वारका के रहस्य का पता लगाने का प्रयास किया गया। लेकिन वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित कोई भी अध्ययन कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया। 2005 में द्वारका के रहस्यों से पर्दा उठाने का काम शुरू किया गया था।खोज अभियान में नौसेना ने मदद की। अभियान के दौरान समुद्र की गहराई में कई पत्थर मिले।लेकिन ज्ञात नही हो पाया कि यह वही नगरी है अथवा जिसे भगवान श्री कृष्ण ने बसाया था आज भी यहां वैज्ञानिक समुद्र की गहराई में कैद इस रहस्य को सुलझाने में लगे हुए हैं। कृष्ण मथुरा में उत्पन्न हुए थे, पर उन्होंने द्वारका में राज किया यहीं बैठकर उन्होंने सारे देश की बागडोर अपने हाथ में ली थी।पांडवों के साथ रहे। धर्म की जीत कराई और शिशुपाल और दुर्योधन जैसे अधर्मी को मिटाया। द्वारका उस समय में राजधानी बन गई थी। बड़े बड़े राजा यहां कोई भी मामले श्री कृष्ण जी सलाह के बिना नही लेते थे। इस जगह का धार्मिक महत्व है।
लोग कहते हैं कृष्ण की मृत्यु के साथ उनकी बसाई हुई नगरी समुद्र में डूब गई थी।
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