भारत की खोज वास्कोडिगामा ने की थी। वास्कोडिगामा से पहले किसी और ने समुद्र मार्ग से भारत की खोज नहीं की थी । परंतु वास्कोडिगामा से पहले आर्यों का आगमन हो चुका था । यूरोप से भारत की सफर करने वाले शिप के कमांडर थे वास्कोडिगामा।
भारत भौगोलिक दृष्टि से दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है और आबादी की दृष्टि से दूसरा देश हैं ।वास्कोडिगामा का जन्म सन् 1460 में हुआ था। इनको ईसाई धर्म का रक्षक माना जाता है। तो चलो जानते हैं भारतीय खोज किस प्रकार से हुई है।
भारत एक बहुत पुराना देश है परंतु दुनिया वालों को इस देश का पता 20 मई सन 1948 में वास्कोडिगामा के जरिए पता चला था। लेकिन वास्कोडिगामा पुर्तगाल के एक साहसी नाविक थे। इसलिए एक बार 1947 में अपनी समुद्री यात्रा करते हुए भारत के कालीकट बंदरगाह पर पहुंच गए । भारत की खोज करते समय वास्कोडिगामा तीन बार भारत जा चुके थे। उनका भारत आने का मकसद भारत से व्यापार करना था। वास्कोडिगामा ने भारत की जल यात्रा की थी।
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