दुनिया के पहले मोबाइल फोन का प्रदर्शन मोटरोला के डॉक्टर मार्टिन कपूर ने सन 1973 में किया था। इन मोबाइल फोनों के पहले भी रेडियो फोन थे , पर उनमें इस सेल्यूलर फोन में अंतर था। लेकिन वायरलेस फोन काफी पहले से फौजी इस्तेमाल में आ रहे थे । उनका पहला नागरिक इस्तेमाल 17 जून 1946 को अमेरिका के सेंट लुईंज ,मजू़री में बेल सिस्टम मोबाइल टेलीफोन सर्विस के नाम से एक कार से किया था । इसे कार फोन का नाम दिया गया। इसका वजन था करीब 36 किलोग्राम दुनिया की पहली ऑटोमेटेड कार फोन सेवा 1960 में स्वीडन में शुरू की गई। इसके ऊपकरणों का वजन करीब 40 किलो था इसके बाद 1962 में वैक्यूम ट्यूब्स की जगह ट्रांजिस्टर लगाकर कुछ और आधुनिक फोन सेवा शुरू की गई। 1971 में एम टी डी फोन सेवा शुरू की गई जो 1987 तक चली। एक कार फोन था उस उस तरीके का हैंडसेट नहीं था जैसा हम आज देखते हैं, मार्टिन कपूर ने 3 अप्रैल 1973 को सबसे पहले अपने प्रतिद्वंदी बैल लैब्स के डॉ जोएल इस एंजेल को फोन करके पहले मोबाइल हैंडसेट का प्रदर्शन किया। दुनिया की पहली कमर्शियल सेल्युलर फोन सेवा 1979 में जापान में एनटीटी ने तोक्यो में शुरू की। इसके बाद 1981 में डेनमार्क, फिनलैंड ,स्वीडन और नॉर्वे में मोबाइल फोन सेवाएं शुरू हो गईं इसका नाम था नोर्दिक मोबाइल टेलीफोन(एनएमटी) 1983 में अमेरिका ने 1-जी टेलीफोन नेटवर्क अमेरिटेक नाम से शिकागो में शुरू किया सदी भारत में पहली बार मोबाइल फोन सेवा 15 अगस्त 1995 में दिल्ली से शुरू की गई।
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